NEW STEP BY STEP MAP FOR MAHAVIDYA BAGLAMUKHI

New Step by Step Map For mahavidya baglamukhi

New Step by Step Map For mahavidya baglamukhi

Blog Article

Maa Baglamukhi is worshipped to pacify or negate the intensely adverse karmas from our past that are cropping up as major troubles within our life.

‘Indian Astrology’ is a corporation which gives occult primarily based consultation, training & providers to folks all around the environment.

It means that after currently being sainted only it could possibly halt the motion of Air. Just about every and every tantric have advised this Yantra. In present era, whereby enemies are throughout and generally making an attempt their best to get rid of you from your house, he should notice this Baglamukhi Mahavidya Sadhana unquestionably which can eliminate all his obstructions and he might make sought after improvement. The one that really wants to get to the leading, Sadhana of Baglamukhi Mahavidya is vital to them.

She is also known as ‘Pitambari Devi’ as complexion is golden; she wears yellow clothes and sits over a golden throne. Baglamukhi Mahavidya Mantra is portrayed as an indignant goddess who retains a club in her correct hand with which she kills a demon, whilst pulling his tongue out along with her remaining hand.

An additional etymology indicates that valga suggests "to paralyze" and symbolizes the strength of stambhana, "paralysis" the goddess is claimed to grant; this concept looks questionable to Kinsley.[7]

देवी पीताम्बरा का नाम तीनों लोक में प्रसिद्ध है, पीताम्बरा शब्द भी दो शब्दों से बना है, पहला ‘पीत‘ तथा दूसरा ‘अम्बरा‘, जिसका अभिप्राय हैं पीले रंग का अम्बर धारण करने वाली। देवी को पीला रंग अत्यंत प्रिय है। देवी पीले रंग के वस्त्र इत्यादि धारण करती है, पीले फूलों की माला धारण करती है। पीले रंग से देवी का घनिष्ठ सम्बन्ध हैं। पञ्च तत्वों द्वारा संपूर्ण ब्रह्माण्ड का निर्माण हुआ हैं, जिनमें से पृथ्वी तत्व का सम्बन्ध पीले रंग से हैं। बगलामुखी या पीताम्बरा देवी साक्षात ब्रह्म-अस्त्र विद्या हैं, जिसका तोड़ तीनों लोक में किसी के द्वारा संभव नहीं हैं। सम्पूर्ण ब्रह्माण्ड की शक्ति का समावेश देवी बगलामुखी में हैं।

बगलामुखी महाविद्या: बगलामुखी महाविद्या दस महाविद्याओं में आठवें स्थान पर विद्यमान है जो सर्व प्रकार स्तंभन युक्त शक्ति पीताम्बरा के नाम से प्रसिद्ध है। बगलामुखी शब्द दो शब्दों से बना है पहला ‘बगला‘ तथा दूसरा ‘मुखी‘। बगला से अर्थ हैं ‘विरूपण का कारण’ (वगुला एक पक्षी हैं, जिसकी क्षमता एक जगह पर अचल खड़े हो शिकार करना है) तथा मुखी से तात्पर्य मुख से है जिसका अर्थ है, मुख को विपरीत दिशा में मोड़ना। जिसको बगलामुखी कहा जाता है।

देवी बगलामुखी स्तम्भन की पूर्ण शक्ति हैं, तीनों लोकों में प्रत्येक घोर विपत्ति से लेकर सामान्य मनुष्य तक किसी भी प्रकार की विपत्ति स्तम्भन करने में समर्थ है, जैसे किसी स्थाई अस्वस्थता, निर्धनता समस्या देवी कृपा से ही स्तंभित more info होती हैं, जिसके परिणामस्वरूप जातक स्वस्थ, धन सम्पन्नता इत्यादि प्राप्त करता हैं। देवी अपने भक्तों के शत्रुओं के पथ तथा बुद्धि भ्रष्ट कर उन्हें हर प्रकार से स्तंभित कर रक्षा करती हैं। शत्रु अपने कार्य में कभी सफल नहीं हो पाता, शत्रु का पूर्ण रूप से विनाश होता ही हैं।

Devotees may also be reported in order to guard on their own from sorcery, distinctive non-transpiring activities, and dim magic by worshipping the Goddess.

The devotee really should utter the Bagalamukhi mantra which has a pure tongue. Effectively completed, the mantra will dispel adverse energies and silence the enemies. Trouble: Court docket instances and lawful troubles.

She is alleged for being residing in the higher palate of human human body, where by cerebrospinal fluid enters throat from your cranium. This fluid is named amṛta in kuṇḍalinī meditation. When she is meditated upon, she shields the aspirant. She can also be described as the commander of the army of Parāśakti, as Bagalāmukhī was established by Parāśakti, only to demolish that terrific storm.

॥ ॐ ह्लीं बगलामुखीं सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्लीं फट् ॥

This is without doubt one of the boons for which Bagalamukhi's devotees worship her. Other Mahavidya goddesses also are stated to represent identical powers practical for defeating enemies, being invoked by their worshippers through numerous rituals.

ॐ आं ह्लीं क्रों श्री बगलामुखी महादेव्यै स्वाहा ॐ ह्लीं क्लीं ऐं श्री बगलामुखी महादेव्यै ऐं क्लीं ह्लीं ॐ स्वाहा ॐ ह्लीं क्लीं ऐं ह्रीं ठं खं ठं श्री बगलामुखी महादेव्यै ठः ठः

Report this page